भारत की ऊर्जा क्रांति में एक नाम उभर कर सामने आया है - सुझलॉन एनर्जी। ये वो सितारे हैं जो हवा के सहारे जलाते हैं उम्मीदों के दीप। आइए, देखें पवन की ताकत का ये अनोखा सफर।

भारत के पवन ऊर्जा का गौरव - सुझलॉन एनर्जी

28 साल का गौरवशाली इतिहास, पवन ऊर्जा को तेजी रफ्तार देने का मिशन। भारत में 32% बाजार हिस्सा, विश्व के 17 देशों में 12,647 टरबाइन का जाल। सुझलॉन का नाम ही पर्याप्त है सफलता की कहानी कहने के लिए।

अग्रणी, मजबूत, विरासत

2023 में सुझलॉन ने छुआ एक ऐतिहासिक पल - 20 गीगावाट की स्थापित क्षमता। ये टरबाइन न सिर्फ बिजली पैदा करती हैं, बल्कि लाखों घरों को रोशन करती हैं, उद्योगों को गति देती हैं और भविष्य को हरा-भरा बनाती हैं।

मील का पत्थर हासिल: 20 गीगावाट की शक्ति!

2030 तक 100 गीगावाट पवन ऊर्जा स्थापित करने का लक्ष्य, सरकार ने किया ऐलान। इस लक्ष्य को हासिल करने में सुझलॉन की भूमिका अहम होगी। मज़बूत ट्रैक रिकॉर्ड, मजबूत ऑर्डर बुक, सुझलॉन तैयार है नए मुकाम हासिल करने के लिए।

सरकार का बड़ा लक्ष्य, सुझलॉन का सुनहरा अवसर